पढ़िये The Monk Who Sold His Ferrari Summary in Hindi(द मोंक हू सोल्ड हिज़ फेरारी सारांश) और जानिये कि कैसे एक धनवान तथा सफल वकील संन्यासी बन गया। सीखिए उसकी अदभुत कहानी से जीवन को मधुर और सफल बनाने के नियम।
परिचय: The Monk Who Sold His Ferrari Summary in Hindi
The Monk Who Sold His Ferrari एक सेल्फ हेल्प बुक है, जिसके लेखक रॉबिन शर्मा हैं। जो एक मनोरंजक कहानी के एक रूप में आपको सीख देने का प्रयास करती है। ये कहानी जूलियन मैंटल के बारे में है जो एक जाना माना और सफल वकील है। कोर्ट में बहस करते करते अचानक से उसे दिल का दौरा पड़ जाता है। ये घटना उसे गहरी सोच में डाल देती है और वह अपने जीवन के वास्तविक लक्ष्य और अध्यात्म के लिए अपनी सारी संपत्ति, जिसमे उसकी कार फेरारी भी है, बेचकर भारत चला जाता है। यहां वह संयासियों से, जीवन में खुश रहने और पूर्णता की और ले जाने वाले रहस्यों को सीखता है। जिन्हें वो वापिस आकर अपने दोस्त और सहकर्मी जॉन के साथ बांटता है।
The Monk Who Sold His Ferrari|एक संन्यासी जिसने अपनी संपत्ति बेच दी: Review & Rating

The Monk Who Sold His Ferrari Summary in Hindi|सारांश
जागने की पुकार
कोर्ट में दिल का दौरा पड़ने के बाद जब बेहोशी की हालत से जूलियन उठते हैं, तो अपनी सारी संपत्ति को बेचकर एक यात्रा पर भारत निकल जाते हैं।
हिमालय में ऋषियों से मुलाकात
भारत जाकर वो हिमालय पहुंचते हैं। हिमालय में सिवाना के ऋषियों से मिलते हैं। ऋषि अपना आध्यात्मिक ज्ञान और दर्शन जूलियन के साथ बांटते हैं। उदाहरण के लिए, ऋषि जूलियन को सूमो पहलवान की कहानी सुनाई।
इस कहानी में एक सुमो पहलवान खुद को एक सुंदर बगीचे में पाता है, जो अद्भुत नज़ारों और आवाज़ों से भरा होता है। ये बगीचा हमारे मन को दर्शाता है सूमो पहलवान नग्न होते हैं, सिवाय एक गुलाबी तार केबल के, जो उनके गुप्त अंगों को ढकता है। ये तार आत्म संयम के प्रतीक के रूप में दर्शाया है। बगीचे में, सुमो पहलवान एक चमकदार सोने की स्टॉपवॉच पाते हैं, जो समय के महत्व को दर्शाती है। सुमो पहलवान स्टॉपवॉच उठा लेते हैं और अचानक जमीन पर गिर कर बेहोश हो जाते हैं। वे पीले गुलाब की महक से जाग जाते हैं, जो वृद्धि का प्रतीक है। फिर वह दूर में एक लाइटहाउस देखते हैं, जो जीवन के उद्देश्य और दिशा को प्रतिनिधित्व करती है।
सुमो पहलवान की कहानी का उपयोग जूलियन को व्यक्तिगत विकास, आत्म नियंत्रण, और उद्देश्य के साथ जीवन बिताने के महत्व को सिखाने के लिए किया जाता है।

जूलियन मैंटल का चत्मत्कारिक रुपांतरण
जूलियन अपनी पुरानी जिंदगी में वापिस लौटते हैं, एकदम बदले हुए, पहले से कहीं ज्यादा स्वस्थ और दिखने में जवान। वो अपने पुराने मित्र और सहकर्मी जॉन से मिलते हैं। जॉन उनका बदला रूप देखकर दंग रह जाते हैं। जूलियन, जॉन के साथ अपना सीखा हुआ ज्ञान बांटते हैं।
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व्यक्तिगत परिवर्तन की प्राचीन परंपरा| The Monk Who Sold His Ferrari
जूलियन परिवर्तन की सात परम्पराओं को जॉन के साथ साझा करता है, जो पूर्ण और संतुलित जीवन की कुंजी है। हर एक कला का एक प्रतीक है।
- एकांत के अभ्यास की परंपरा (प्रतीक: शानदार बगीचा)-जूलियन एक शांत और सुंदर बगीचे के बारे में बताते हैं जो मन को दर्शाता है। जैसे बगीचे को नियमित देखभाल की जरूरत होती है उसी तरह मन को भी नियमित चिंतन और आत्म निरीक्षण की जरूरत होती है।
- शारीरिक स्वास्थ्य की परंपरा (प्रतीक: एक प्रकाश स्तंभ)– जूलियन समझाते हैं कि हमारा शरीर जीवन रूपी सागर में प्रकाश स्तंभ की तरह है। जिस तरह से एक अच्छे से देखभाल किया गया प्रकाश स्तंभ ही तूफानी लहरो को झेल सकता है और जहाजों को पार लगा सकता है उसी प्रकार स्वस्थ शरीर ही हमें जीवन में पार लगा सकता है। इसके लिए व्यायाम और स्वस्थ जीवन शैली पर बल दिया है।
- जीवन पोषण की परंपरा (प्रतीक:एक वैभवशाली भोज)– जूलियन एक शानदार दावत की कहानी सुनाते हैं जिससे वो पौष्टिक आहार के महत्व को समझाते हैं। जिस तरह एक भोज लोगों को साथ लाता है और उनको आहार प्रदान करता है, उसी तरह अच्छा और संतुलित भोजन हमारे शरीर और मन को पोषित रखता है।
- भरपूर ज्ञान की परंपरा (प्रतीक: एक ज्ञान का मन्दिर)– जूलियन एक ज्ञान के मंदिर का वर्णन करते हैं जो निरंतर सीखते रहने और व्यक्तिगत विकास का प्रतीक है। ज्ञान और विवेक की खोज से ही हम अपने आपको और दुनिया को समझ सकते हैं।
- व्यक्तिगत चिंतन की परंपरा (प्रतीक: एक झील)– जूलियन एक शांत और प्रतिबिंब दिखाने वाली झील की बात करते हैं जो आत्म चिंतन का प्रतीक है। अपने अंतर्मन में झांकने और ईमानदारी से अपने विचारों, भावों को को परखने से खुद के बारे में जागरूक हो सकते हैं और विकास कर सकते हैं।
- जल्दी जागने की परंपरा (प्रतीक: समय का स्वर्ण चक्र)– जूलियन समय के महत्व को बताने के लिए स्वर्ण चक्र की कहानी सुनाते हैं। जल्दी जागने से आपके पास ज्यादा आत्मचिंतन, योजना और व्यतिगत विकास का समय होगा।
- संगीत की परंपरा (प्रतीक: शांति की मधुर ध्वनि)– जूलियन एक शांति की प्रतीकात्मक ध्वनि का प्रयोग संगीत के महत्व को समझाने के लिए करते हैं। अपने दैनिक जीवन में संगीत को जोड़कर आप आराम कर सकते हैं, खुद को तरोताजा कर सकते हैं। इससे आप खुशहाल जीवन की और कदम बढ़ाएंगे।
जीवन बदलने के लिए एक कदम
जूलियन जॉन को इन सब परंपराओं को लागू करने के लिए के लिए चुनौती देते हैं। जॉन को पहले खुद पर भरोसा नहीं होता लेकिन वो इसे लागू करने के लिए मान जाते हैं।
लंबे समय तक प्रसन्न रहने का शाश्वत रहस्य
जूलियन, जॉन को ये रहस्य बताते हैं। अपने मन पर नियंत्रण, अपने उद्देश्य प्राप्ति पर ध्यान देना और आत्म अनुशासन के साथ जीना। वो समझाते हैं कि प्रसन्नता के लिए संतुलित जीवन जीना चाहिए।
विवेकशील शिक्षा के सात गुण| The Monk Who Sold His Ferrari Summary
- साहस: अपनी भय को सामना करने और नई चुनौतियों को स्वीकार करने का हौसला दिखाना।
- दया: दूसरों के दर्द को समझने और उनकी मदद करने के लिए सहानुभूति दिखाना।
- विश्वास: अपनी क्षमताओं में और जिंदगी में अच्छे परिणामों के प्राप्ति की संभावना में विश्वास करना।
- ईमानदारी: सत्य के साथ रहने का प्रयास करें, अपनी भूलों से सीखें और दूसरों के साथ सच्ची और ईमानदार बातचीत करें।
- विनम्रता: स्वयं को और दूसरों को समर्थन देने की क्षमता, और गर्व और अहंकार को दूर करके नम्रता से काम करना।
- दृढ़ता: चुनौतियों का सामना करने में दृढ़ता दिखाना, निराशा के बावजूद लक्ष्यों की तरफ़ बढ़ते रहना।
- धैर्य: सफलता के लिए धैर्य रखना, और विकास की प्रक्रिया में समय और मेहनत करने के लिए शांति से काम लेना
आत्म अनुशासन का महत्व| The Monk Who Sold His Ferrari Summary in Hindi
जूलियन व्यतिगत और पेशेवर सफलता के लिए आत्म अनुशासन पर बल देते हैं। इसके अभ्यास के लिए प्रयोग उपयुक्त तकनीकों को साझा करते हैं।
- लक्ष्य निर्धारित करें: अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से निर्धारित करें और उन्हें लिखकर अपनी दृष्टि में रखें।
- संगठन और योजना: अपने दिन की योजना बनाएँ और कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर व्यवस्थित करें।
- समय प्रबंधन: अपने समय का सटीक उपयोग करें, रुकावटों को दूर करें और विचलित करने वाले कारणों से दूर रहें।
- निरंतरता और नियमितता: एक समय तालिका बनाएँ और नियमित रूप से उसका पालन करें। हर दिन कुछ समय अपने लक्ष्यों के लिए समर्पित करें।
- सहनशीलता: अपने आत्म-अनुशासन में विफल होने पर खुद को क्षमा करें और फिर से प्रयास करने का हौसला रखें।
- प्रगति की निगरानी: अपनी प्रगति की निगरानी करें और उसे मापने के लिए निश्चित लक्षण और मानक निर्धारित करें।
- सहयोगियों का समर्थन: जो भी आपका सहयोग कर रहा है, उनके लिए सदैव आभारी रहें और उनका भी सहयोग करें ।
- स्व-प्रोत्साहन: अपनी उपलब्धियों और प्रगति को मान्यता देने के लिए समय निकालें। अपनी सफलताओं को सेलिब्रेट करें और अपने आत्म-अनुशासन को मजबूत करने के लिए खुद को प्रोत्साहित करें।
- धैर्य और संयम: आत्म-अनुशासन को विकसित करने में समय लगता है। धैर्य और संयम रखें, और धीरे-धीरे अपनी आदतों में सुधार करें।
- अभ्यास: नई आदतें और तकनीकों का अभ्यास करें। नियमित अभ्यास से आत्म-अनुशासन में सुधार होता है।
एकाग्रता की शक्ति
वो एकाग्रता और एक समय पर एक ही कार्य पर ध्यान देने के महत्व को बताते हैं। इसमें सुधार के लिए कुछ रणनीतियां भी बताई हैं।
- ध्यान देने वाला स्थान: शांत स्थान पर काम करें, जहां विचलन के कारक कम हों।
- समय को बांटें: अपने काम को छोटे टुकड़ों में बांटें और एक बार में एक कार्य पर ध्यान केंद्रित करें।
- पॉमोडोरो तकनीक: काम को 25-मिनट की अवधि में विभाजित करें, फिर 5 मिनट का विश्राम लें। हर चार अवधियों के बाद एक लंबा विश्राम लें।
- प्राथमिकताएँ निर्धारित करें: अपने कार्यों को महत्व के आधार पर क्रमबद्ध करें और सबसे पहले सबसे महत्वपूर्ण कार्य करें।
- मंथन सत्र: नई विचारों और समाधानों को खोजने के लिए मंथन (ब्रेनस्टॉर्मिंग) सत्र आयोजित करें।
- फोन और सूचना तकनीकों का सही उपयोग: सोशल मीडिया और अनावश्यक वेब ब्राउज़ करने से बचें, और ध्यान केंद्रित करने वाले ऐप्स और उपकरणों का उपयोग करें।
- ध्यानाभ्यास: ध्यान द्वारा एकाग्रता और मन की शांति बढ़ाने का अभ्यास करें। ध्यान अभ्यास करने से मन की स्थिरता और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में सुधार होता है।
- विचलन के कारकों को हटाएँ: अपने काम स्थान से विचलन के कारकों को हटा दें, जैसे कि अवांछित वस्त्र, गड़बड़ी, और शोर।
- विश्राम और नींद की गुणवत्ता: अच्छी नींद लेने और नियमित विश्राम के समय का पालन करने से एकाग्रता और क्षमता में सुधार होता है।
- स्वास्थ्यपरक आहार और व्यायाम: स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, जो एकाग्रता और क्षमता में सुधार करता है।
सजग होने का अभ्यास करना
उन्होंने सजग होने के महत्व को बताया है और दैनिक जीवन में इसके अभ्यास के लिए कुछ सुझाव भी दिए हैं।
- ध्यान देना: अपनी श्वास और प्राण को ध्यान में रखते हुए, अपने वर्तमान क्षण को पूरी तरह अनुभव करें।
- सचेत भोजन: भोजन करते समय धीरे-धीरे खाएँ और हर निगले का पूरी तरह से आनंद लें।
- सचेत चलना: धीरे-धीरे चलते समय, अपने पैरों के हर एक चरण को महसूस करें और अपने आसपास की दुनिया को ध्यान से देखें।
- एक काम को एक समय में करें: एक काम को एक समय में करने का प्रयास करें। इससे आप उस काम में अधिक सतर्क रहेंगे।
- ध्यान: ध्यान के माध्यम से अपनी सतर्कता की क्षमता को बढ़ाएँ।
- सहानुभूति और कृतज्ञता: अपने आसपास के लोगों और परिस्थितियों के प्रति सहानुभूति और कृतज्ञता का अभ्यास करें।
- अच्छी नींद: अच्छी नींद लेने से सजगता और ध्यान की क्षमता में सुधार होता है। नियमित और अच्छी नींद लें।
- संवाद करें: अपनी भावनाओं, विचारों और अनुभवों को अन्य लोगों के साथ साझा करके सजगता का अभ्यास करें।
- शांति और प्रकृति में समय बिताना: प्रकृति में समय बिताने से आपकी मनोदशा में सकारात्मक बदलाव आता है, और यह आपके सजगता के अभ्यास में मददगार होता है।
- सजगता के अभ्यास को नियमित बनाएँ: सजगता के अभ्यास को अपने दैनिक रूटीन का हिस्सा बनाने का प्रयास करें। इसे नियमित रूप से करने से आपकी सतर्कता और ध्यान की क्षमता में सुधार होता है।
अपने बच्चों के बचपन को जीना
जूलियन अपने बच्चों की ज़िन्दगी में मौजूद और शामिल होने के महत्व पर प्रकाश डालते हैं।वह बच्चों के विकास और परिपक्व होने में माता-पिता की भूमिका पर चर्चा करते हैं।
- स्नेह और समर्थन: बच्चों के लिए प्रेम और समर्थन का वातावरण प्रदान करके, माता-पिता उनके विकास को बढ़ावा देते हैं।
- संवाद: बच्चों के साथ संवाद करके, माता-पिता उनके विचारों, भावनाओं और चिंताओं को समझते हैं। इससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है।
- शिक्षा और सीखने के अवसर: माता-पिता को अपने बच्चों को शिक्षा और सीखने के अवसर प्रदान करना चाहिए, ताकि वे व्यक्तिगत और पेशेवर रूप से विकास कर सकें।
- सीमाओं का निर्धारण: माता-पिता को सीमाओं को स्थापित करने में मदद करना चाहिए, ताकि बच्चे समझ सकें कि क्या स्वीकार्य है और क्या नहीं।
- समय निर्धारण: माता-पिता को अपने बच्चों के साथ समय बिताना चाहिये जिससे वह अपने माता-पिता के साथ गहरा रिश्ता बना सकें।
- नैतिक मूल्यों की शिक्षा: माता-पिता को अपने बच्चों को सही और गलत के बीच अंतर समझाने के लिए नैतिक मूल्यों की शिक्षा देनी चाहिए। यह उन्हें अच्छे निर्णय लेने में मदद करेगा।
- स्वास्थ्य और खेलकूद: माता-पिता को बच्चों के स्वास्थ्य और शारीरिक विकास के लिए खेलकूद और गतिविधियों को प्रोत्साहित करना चाहिए।
- संगीत, कला और सांस्कृतिक गतिविधियाँ: माता-पिता को बच्चों के रूचियों और प्रतिभा के अनुसार उन्हें संगीत, कला और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
प्रमाणिकता या सत्यता की शक्ति
जुलियन अपनी वास्तविकता के साथ रहने और सच्चे जीवन को जीने के महत्व को साझा करते हैं। वह जॉन को अपनी वास्तविकता को स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और अपने मूल्यों के अनुसार जीने के लिए कहते हैं।
एक नया जीवन
जॉन, जूलियन से सीखे हुए सबक और परंपराओं को अपने जीवन में लागू करते हैं। ऐसा करके वे अंततः व्यक्तिगत विकास, बदलाव, संतुलन और प्रसन्नता का अनुभव करते हैं।
निष्कर्ष: The Monk Who Sold His Ferrari Summary in Hindi
The Monk Who Sold His Ferrari में महत्वपूर्ण बिंदुओं और सिद्धांतो को स्पष्ट करने के लिए कई मजेदार किस्से, उदाहरण और दृष्टान्त प्रस्तुत किए गए हैं। ये अक्सर जुलियन और जॉन के बीच होने वाली बातचीत में बुने जाते हैं, जैसे कि जुलियन हिमालय के ऋषियों के साथ अपने समय के दौरान प्राप्त होने वाले ज्ञान को साझा करता है।
उदाहरण के लिए इसमें एक कहानी एक आदमी के बारे में है जो अपना सारा जीवन बेधड़क पत्थरों को हथौड़े से मारने में बिता देता है। लेकिन जब आखिर में थोड़ा रुककर अपने दृष्टिकोण को बड़ा कर,विचार करता है तो उसे यह अहसास होता है की वो एक बहुत ही सुंदर कलाकृति को आकार दे रहा था। ये कहानी थोड़ा विचार कर अपने दृष्टिकोण को बड़ा करने के महत्व को बताती है।
The Monk Who Sold His Ferrari में इस तरह के कई किस्सों का प्रयोग जीवन के कई उपयोगी सीखों को बताने में किया गया है। जिससे लेखक पाठकों को मनोरंजक रूप से अपनी बात कहने का प्रयास करते हैं ।इस प्रकार, किताब के माध्यम से पाठक व्यक्तिगत विकास, अनुशासन, आत्म-खोज और उद्देश्य के महत्व को समझते हैं, और उन्हें अपने जीवन में लागू करने के लिए प्रेरित होते हैं।
हम आपको The Monk Who Sold His Ferrari पूरी पढ़ने की सलाह देते हैं।इस किताब की सीख न केवल व्यक्तिगत जीवन में बदलाव लाने में मदद करती है, बल्कि पेशेवर जीवन में भी बेहतर बनने का मार्गदर्शन करती है। जब हम अपनी आत्मा की सुनते हैं, निरंतर सीखते हैं और निरंतर चेतना के साथ अपने आप को अच्छा बनाने के लिए प्रयत्न करते हैं, हम अपनी खुशी, सफलता, और संतुष्टि की ओर कदम बढ़ाते हैं।
हम आशा करते हैं कि आपको The Monk Who Sold His Ferrari Summary in Hindi पसंद आयी होगी।
धन्यवाद!